हाईवे पर एक ही परिवार के 5 लोग जिंदा जले: बुलंदशहर में दर्दनाक सड़क हादसा, पुलिया तोड़कर गिरी कार में लगी आग

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बुलंदशहर। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में बुधवार सुबह एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हो गया। तेज रफ्तार स्विफ्ट कार पुलिया तोड़ते हुए सड़क से नीचे जा गिरी और कुछ ही पलों में उसमें भयानक आग लग गई। हादसे में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौके पर ही जलकर मौत हो गई, जबकि एक महिला को ग्रामीणों ने किसी तरह बचा लिया।


सन्नाटे में गूंजी चीखें, आग में खाक हो गया परिवार


यह हादसा जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के जानीपुर-चंदौस तिराहे के पास सुबह करीब 5:30 बजे हुआ। दिल्ली जा रहे परिवार की स्विफ्ट कार (DL-3CDB-7567) अनियंत्रित होकर पुलिया से टकराई और 5 फीट नीचे जा गिरी। गिरते ही कार में आग लग गई। कार के अंदर मौजूद छह में से केवल एक महिला ही किसी तरह बाहर निकाली जा सकी।


हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कार के शीशे तोड़कर महिला को बाहर निकालने के बाद भी आग की लपटें इतनी तेज थीं कि कोई भी बाकी लोगों को नहीं बचा सका। महिला ने अपनी आंखों के सामने अपने पूरे परिवार को जिंदा जलते हुए देखा। 

  


मृतकों में दो दंपती और एक मासूम


पुलिस के मुताबिक, हादसे में जान गंवाने वालों की पहचान मोमिना (24), उनके पति जुबैर (30), दो साल के बेटे जैनुल, मोमिना के भाई तनवीज (26) और उनकी पत्नी निदा (23) के रूप में हुई है। इस हादसे में केवल मोमिना की बहन गुलनाज उर्फ भुर्रो गंभीर रूप से घायल हुईं, जिन्हें जहांगीराबाद सीएचसी में भर्ती कराया गया है।


शादी समारोह से लौट रहे थे, सुबह-सुबह रवाना हुए थे दिल्ली


जानकारी के अनुसार, पूरा परिवार बदायूं के सहसवान थाना क्षेत्र के चमनपुरा गांव का निवासी था और दिल्ली में रहकर पेंटिंग का कार्य करता था। 16 जून को तनवीज के चाचा अलीम का निकाह था, जिसमें शामिल होने के लिए वे 15 जून को दिल्ली से बदायूं आए थे।


निकाह के बाद बुधवार की सुबह साढ़े तीन बजे सभी एक स्विफ्ट कार में दिल्ली के लिए निकले थे। कार तनवीज चला रहे थे जबकि जुबैर अगली सीट पर बैठे थे, और महिलाएं पीछे थीं।


झपकी बन गई जानलेवा, पलभर में उजड़ गया घर


एसपी देहात डॉ. तेजवीर सिंह ने बताया कि हादसा कार चालक को झपकी आने की वजह से हुआ। झपकी के कारण कार अनियंत्रित हो गई और पुलिया तोड़ते हुए नीचे जा गिरी। नीचे गिरते ही गाड़ी में आग लग गई, जिसने सभी को अपनी चपेट में ले लिया।


ग्रामीणों ने शीशा तोड़कर बचाई महिला की जान


इंस्पेक्टर रामफल सिंह के अनुसार, दुर्घटना के बाद आसपास के ग्रामीण शोर सुनकर मौके पर पहुंचे। एक महिला को कार का शीशा तोड़कर बाहर निकाल लिया गया, लेकिन बाकियों को बचाने की कोशिश आग की तीव्रता के आगे विफल हो गई। जब तक फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची, तब तक लपटें सब कुछ निगल चुकी थीं।

 


गांवों में पसरा मातम, कब्रिस्तान में दफनाए गए शव


हादसे के बाद गांवों में गम का माहौल छा गया। बुधवार को ही जुबैर, मोमिना और उनके बेटे जैनुल को खैरपुर वल्ली कब्रिस्तान में दफनाया गया, जबकि तनवीज और उनकी पत्नी निदा को चमनपुरा के कब्रिस्तान में सुपुर्दे-खाक किया गया।


पीछे रह गई 4 साल की बेटी और एक टूटा परिवार


परिवार के रिश्तेदार इमरान ने बताया कि जुबैर और तनवीज दोनों दिल्ली में पेंटिंग का कार्य करते थे। तनवीज तीन भाइयों में सबसे बड़ा था और उसकी शादी मात्र डेढ़ साल पहले हुई थी। उसकी कोई संतान नहीं थी। जुबैर और मोमिना के दो बच्चे थे—हादसे में दो साल के बेटे की जान चली गई, जबकि चार साल की बेटी ही अब इस हादसे की एकमात्र गवाह और उत्तरजीवी है।

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